राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र की सर्वप्रथम घोषणा आदरणीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा १० अप्रैल २०१७ को महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी वर्षगाँठ समारोह के उपलक्ष्य पर की गयी थी। राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र की स्थापना नई दिल्ली में राजघाट स्थित गांधी स्मृति और दर्शन समिति में की गयी है। यह नागरिकों को जानकारी, जागरूकता और स्वच्छता सम्बन्धी शिक्षा देने वाला एक उत्साहवर्धक और प्रेरणादायक केंद्र है, जिसमें उच्च तकनीक, संवादात्मक (इंटरैक्टिव), डिजिटल और बाह्य प्रदर्श का प्रयोग किया गया है।
स्वच्छ भारत मिशन का शुभारंभ प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा २ अक्टूबर २०१४ को देश को “खुले में शौच” की प्रथा के उन्मूलन के लिए किया गया था। मिशन के ग्रामीण घटक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) ने अभूतपूर्व प्रगति करते हुए ग्रामीण स्वच्छता का स्तर २०१४ के ३८% से बढ़ा कर वर्तमान में लगभग १००% तक पहुंचा दिया है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अनतर्गत पिछले पांच साल में १० करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ है। सार्वभौमिक स्वच्छता को अग्रसर, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने 2 अक्टूबर 2019 के लक्ष्य से पहले ही अपने ग्रामीण क्षेत्रों को "खुले में शौच से मुक्त" (ओडीएफ) घोषित किया। यह महात्मा गांधी को उनकी 150 वीं जयंती के अवसर पर अर्पित एक उपयुक्त श्रद्धांजलि थी। भारत को “खुले में शौच” से मुक्त करने में इस स्वच्छ- क्रान्ति का एक महत्वपूर्ण अंश जन भागीदारी थी जिसने इस मिशन को एक जन आन्दोलन का रूप दे डाला।